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त्योहारी सीजन से ठीक पहले सोने में 1300 की उछाल, 3000 रूपये महंगी हुई चांदी, जानें आज का भाव TODAY TOP NEWS

Gold Price today on 9 September 2025 know latest prices in your city today त्योहारी सीजन से पहले सोने में 1300 की उछाल, 3000 रु. महंगी हुई चांदी, जानें आज 9 सितंबर 2025 का ताजा भाव


Gold Silver Price Today: त्योहारी सीजन की शुरुआत होने से ठीक पहले सोने और चांदी में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. मंगलवार को 24 कैरेट सोना 1300 रुपये की बड़ी छलांग लगाते हुए 1,10,290 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. भूराजनीतिक अनिश्चितता और अमेरिका के कमजोर जॉब आंकड़ों के बीच सोने की चमक और तेज हुई है. बाजार के जानकारों का कहना है कि जिस तरह वैश्विक बाजार की स्थिति बनी है, उसमें निवेशक लगातार सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी कमजोर जॉब्स आंकड़े और यूएस फेड की तरफ से रेट कटौती की उम्मीद के बीच सोना 3655.83 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है. यानी इसमें 0.54 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है.

आपके शहर का ताजा भाव

आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,10,440 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना का भाव 1,01,250 रुपये है. इसी तरह आर्थिक राजधानी मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और कोलकाता में 24 कैरेट सोना 1,10,290 रुपये और 22 कैरेट सोना 1,01,100 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है.

इसके अलावा जयपुर, अहमदाबाद और पटना में 24 कैरेट सोना 1,10,340 रुपये और 22 कैरेट सोना 1,01,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. गौरतलब है कि 24 कैरेट सोने की खरीदारी प्राय: निवेश के उद्देश्य से की जाती है, जबकि 22 कैरेट और 18 कैरेट सोना ज्वैलरी बनाने के लिए लिया जाता है.

सोना और चांदी के दाम किन कारणों से तय होते हैं?

सोना और चांदी के दाम रोज़ाना आधार पर तय किए जाते हैं और इसके पीछे कई कारक जिम्मेदार होते हैं. इनमें मुख्यतः निम्नलिखित कारण शामिल हैं. चूंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतें अमेरिकी डॉलर में तय होती हैं, इसलिए डॉलर-रुपया विनिमय दर में बदलाव का सीधा असर इन धातुओं की कीमत पर पड़ता है. अगर डॉलर की कीमत बढ़ती है या रुपया कमजोर होता है, तो भारत में सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं.

भारत में सोने का अधिकांश हिस्सा आयात किया जाता है. ऐसे में सीमा शुल्क (Import Duty), जीएसटी और अन्य स्थानीय टैक्स सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं. वैश्विक बाजार में उथल-पुथल (जैसे युद्ध, आर्थिक मंदी या ब्याज दरों में बदलाव) का सीधा असर सोने की कीमत पर पड़ता है. जब वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ती है, तो निवेशक शेयर या अन्य अस्थिर संपत्तियों की बजाय सोने जैसे सुरक्षित विकल्पों को चुनते हैं.

भारत में सोना केवल निवेश ही नहीं, बल्कि परंपरा और सांस्कृतिक मान्यताओं से भी जुड़ा हुआ है. शादी-ब्याह, त्योहार और शुभ अवसरों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. इसलिए मांग अधिक होती है, जिससे कीमतें प्रभावित होती हैं. सोना लंबे समय से महंगाई के मुकाबले बेहतर रिटर्न देने वाला विकल्प रहा है. जब महंगाई बढ़ती है या शेयर बाजार में जोखिम होता है, तो लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं. यही कारण है कि इसकी मांग और कीमत हमेशा बनी रहती है.

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