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जिसे समझा था सपना, वो अब हकीकत है… गांव वालों को मिला अपना ‘राम मंदिर’! TODAY TOP NEWS

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Bihar Bridge Construction : हिंदी फिल्म का एक गीत है- “मांझी नैया ढूंढे किनारा, कभी ना कभी कहीं ना कहीं मिलेगा किनारा”… हमारे लिये तो अयोध्या के राम मंदिर जैसा ही है. समस्तीपुर के रुपौली गांव के लोगों का तो य…और पढ़ें

जिसे समझा था सपना, वो अब हकीकत है... गांव वालों को मिला अपना 'राम मंदिर'!रुपौली में पुल निर्माण का सपना साकार, ग्रामीणों ने की राम मंदिर से तुलना
समस्तीपुर. पटोरी अनुमंडल के रुपौली पंचायत में उत्सव जैसा माहौल है. बरसों से नदी पर पुल की मांग कर रही हजारों की आबादी का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है. स्थानीय लोग इसे अयोध्या के राम मंदिर जैसा मान रहे हैं. थर्मोकोल की नावों से जान जोखिम में डालकर नदी पार करने वाले ग्रामीणों की जिंदगी अब आसान होगी. करोड़ की लागत से बनने वाला यह पुल विकास की नई राह खोलेगा. 5 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल का शिलान्यास मोहिउद्दीननगर विधायक राजेश कुमार सिंह ने किया. ग्रामीण इसे अपने लिए अयोध्या के राम मंदिर जैसा मान रहे हैं. थर्मोकोल की नावों से जान जोखिम में डालकर असुरक्षित यात्रा करने वाले लोग अगले 6 महीने में बनने वाले पुल से सुरक्षित पार कर पाएंगे और यह सेतु क्षेत्र के विकास को नई गति भी देगा.

उत्सव जैसा माहौल, पुल की आस जगी

पटोरी अनुमंडल के रुपौली पंचायत में खुशी का माहौल देखते ही बन रहा है. ग्रामीण महिलाएं माला और बैंड की धुन पर उत्साह में झूम रही हैं. यह नजारा किसी त्योहार से कम नहीं, क्योंकि बरसों से लंबित नदी पर पुल निर्माण की मांग अब पूरी होने जा रही है. स्थानीय लोगों ने इस पुल को अयोध्या के राम मंदिर जैसा महत्वपूर्ण बताया जो उनकी जिंदगी को नई दिशा देगा.

जुगाड़ टेक्नोलॉजी और हादसों का इतिहास

रुपौली पंचायत के हजारों लोग वाया नदी पर पुल न होने के कारण थर्मोकोल की नावों और जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर निर्भर थे. नदी पार करने के दौरान कई बार हादसे हुए, जिसमें लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. यहां जुगाड़ नाव ही क्षेत्र का एकमात्र सहारा थीं, लेकिन खतरे से भरी थीं. आजादी के बाद से कई जनप्रतिनिधियों ने वादे किए, मगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.

नेताओं के वादे और ग्रामीणों की निराशा

बरसों तक ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से पुल निर्माण की मांग की. हर बार आश्वासन तो मिले, लेकिन वादे हवा में उड़ गए. न्यूज़ 18 ने इस समस्या को कई बार उठाया जिससे क्षेत्र की बदहाली राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आई. ग्रामीणों की यह मांग अब सरकार के ध्यान में है, और मोहिउद्दीननगर के विधायक राजेश कुमार सिंह ने इस दिशा में कदम उठाया है.

समस्तीपुर के पटोरी में बरसों की मांग पूरी, 5 करोड़ से बनेगा नदी पर पुल, मोहिउद्दीननगर के विधायक राजेश कुमार सिंह ने पुल का शिलान्यास किया.

5 करोड़ की लागत, 6 महीने का संकल्प

बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग ने मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत 5 करोड़ रुपये की लागत से इस पुल का निर्माण शुरू करने का फैसला किया है. मोहिउद्दीननगर के विधायक राजेश कुमार सिंह ने पुल का शिलान्यास किया और 6 महीने में इसे पूरा करने का संकल्प लिया. यह पुल न केवल आवागमन को आसान बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के विकास को भी गति देगा.

ग्रामीणों में उत्साह, विकास की नई उम्मीद

पुल के शिलान्यास के बाद रुपौली पंचायत के लोग उत्साहित हैं. ग्रामीण महिला भगवनिया देवी ने कहा, यह पुल हमारी जिंदगी बदल देगा. अब बच्चों को स्कूल और मरीजों को अस्पताल जाने में आसानी होगी. उषा देवी ने इसे विकास का नया किनारा बताया. पंचायत समिति सदस्य सतीश महतो ने कहा कि यह पुल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा.

अब विकास की राह पर चल पड़ा रुपौली

“मांझी नैया ढूंढे किनारा” गीत की तरह, रुपौली के लोगों को इस पुल के रूप में एक किनारा मिल गया है. यह पुल न केवल नदी की तेज धार को जोड़ेगा, बल्कि ग्रामीणों की जिंदगी को विकास की मुख्यधारा से भी जोड़ेगा. शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार के लिए यह एक बड़ा कदम साबित होगा.

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Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट…और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट… और पढ़ें

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