उत्तरकाशी जनपद के नौगांव बाजार में अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर संज्ञान लिया है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी से तत्काल वार्ता कर राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए. जिला प्रशासन, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के दल प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हो चुके हैं.
इसके अलावा सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर तुरंत पहुंचाने तथा हर संभव मदद में किसी भी प्रकार की देरी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए भी स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है. सीएम धामी ने ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना की है.
देहरादून में आपात स्थिति के लिए लगाए गए सायरन
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, “आज देहरादून शहर में जो 13 सायरन लगाए गए हैं. अगर कोई भी आपात स्थिति होगी, तो सभी लोग एक साथ सतर्क हो जाएंगे. यह लोगों के जीवन को सुरक्षित बनाने और उन्हें अधिक सतर्क करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा.
ब्रह्मसैन क्षेत्र में भूस्खलन से स्थानीय लोगों को खतरा
वहीं उत्तराखंड के चमोली जिले के गोपेश्वर मुख्यालय के समीप ब्रह्मसैन क्षेत्र में लगातार हो रहे भूस्खलन ने स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है. भारी बारिश के कारण करीब डेढ़ सौ मीटर लंबी सड़क पूरी तरह धंस गई है, जिसके चलते आसपास के आवासीय मकानों में दरारें पड़ गई हैं. प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है और कई परिवार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि जनपद में लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण कई क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए प्रशासन ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी है. उन्होंने कहा, “हमने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों की पूरी जानकारी शासन को दी है. भारत सरकार द्वारा गठित एक विशेषज्ञ टीम जल्द ही चमोली पहुंचकर प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेगी और क्षति का आकलन करेगी.”
प्रभावित को पहुंचाई जा रही सहायता- डीएम
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है. प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू किए जा चुके हैं. भारत सरकार की टीम के दौरे के बाद नुकसान का सटीक आकलन होगा, जिसके आधार पर पुनर्वास और मरम्मत कार्य शुरू किए जाएंगे.
कुछ परिवारों ने छोड़ा अपना आशियाना
ब्रह्मसैन में सड़क के धंसने से न केवल यातायात व्यवस्था ठप हो गई है, बल्कि आसपास के मकानों की नींव भी कमजोर हो गए हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे उनके घरों की दीवारों में दरारें आ गई हैं. कुछ परिवारों ने अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेना शुरू कर दिया है.
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
वहीं, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे प्रभावित क्षेत्रों में सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें. भारत सरकार की टीम के दौरे और क्षति आकलन के बाद क्षेत्र में राहत कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है.
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