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How to Identify Mutual Fund Companies : म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं तो कुछ चीजों को पहले से ही देख लेना बेहतर होगा. कहीं ऐसा न हो कि कंपनी फर्जी निकल जाए और आपके पैसे लेकर फरार हो जाए.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में ‘वेरी वेल म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड’ के एक कर्मचारी राजेश कुमार मौर्या की ओर से मिली शिकायत के आधार पर 15 निदेशकों के खिलाफ बुधवार रात ज्ञानपुर थाने में धारा 314(4) के तहत मामला दर्ज किया गया. शिकायत के अनुसार कृपा शंकर, उसकी पत्नी आशा देवी, बेटों रवि आनंद, अक्षय, सूरज, अमन के अलावा सुहैल अहमद, आनंद श्रीवास्तव, दया शंकर, विमलेश मौर्य, रमेश मौर्य, वेद प्रकाश, राकेश वर्मा, सूबेदार पाल और सुरेश यादव ने खुद को वेरी वेल कंपनी का निदेशक बताया था. इन लोगों ने पैसा दोगुना करने का वादा करके लोगों से 92.91 करोड़ रुपये जमा कराए थे.
पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि 25 जून को ग्राहक कंपनी के कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था और सभी निदेशक फरार हो गए थे. जांच में पता चला कि जिस वेरी वेल बेनिफिट निधि में उन्होंने करोड़ों रुपये जमा कराये हैं, उसका बैंक में कोई खाता ही नहीं हैं. इन 15 निदेशकों ने अपने ग्राहकों का पैसा एक गुप्त कंपनी माइक्रो क्रेडिट फाउंडेशन में जमा कराया है जिसका खाता इंडियन बैंक में है. निदेशकों ने इन पैसों से अपने नाम मकान और ज़मीन भी खरीदी है.
5 बातों से पहचानें कंपनी असली है या नकली
- सेबी पंजीकरण : भारत में किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी या एएमसी के लिए बाजार नियामक सेबी के साथ पंजीकरण कराना अनिवार्य है. आप सेबी की वेबसाइट पर जाकर कंपनी के नाम का पंजीकरण चेक कर सकते हैं.
- एम्फी का रजिस्ट्रेशन : एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया यानी एम्फी (AMFI) में भी ज्यादातर एएमसी अपना रजिस्ट्रेशन कराती हैं. आप चाहें तो यहां भी कंपनी की डिटेल डालकर उसका पंजीकरण चेक कर सकते हैं.
- स्कीम फैक्टशीट : किसी भी म्यूचुअल फंड योजना में अपना पैसा लगाने से पहले उसकी ऑफिशियल स्कीम फैक्टशीट जरूर चेक करें. इसमें फंड का प्रदर्शन, जोखिम, उस पर लगने वाले शुल्क सहित अन्य महत्वपूर्ण विवरण होते हैं.
- स्कीम का प्रॉस्पेक्टस देखें : अगर आप स्कीम की डिटेल जानकारी लेना चाहते हैं तो उसका प्रॉस्पेक्टस जरूर चेक करें. इसमें निवेश का उद्देश्य, जोखिम और अन्य खर्चों की डिटेल रहती है.
- स्कीम का प्रदर्शन और लागत चेक करें : किसी भी स्कीम में पैसे लगाने से पहले उसके प्रदर्शन और लागत का मूल्यांकन जरूर करें. जिस कंपनी की स्कीम है, उसका पिछले 3,5 और 10 साल का मूल्यांकन देखना चाहिए. इसके अलावा फंड की बेंचमार्क से भी तुलना करें. फंड की लागत कितनी आएगी, इसकी जानकारी भी पहले से रखना जरूरी है. साथ ही उसका अनुमानित रिटर्न कितना होगा, यह भी जान लेना चाहिए.
- निवेश का लक्ष्य : निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि फंड आपके वित्तीय लक्ष्य को पूरा कर सकता है और इसमें डाला गया पैसा लक्ष्य पूरा होने तक आपके अनुमान के अनुसार रिटर्न देगा.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ें
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